NCERT Solutions Class 5 आस पास Chapter-18 (जाएँ तो जाएँ कहाँ)
Class 5 आस पास
Chapter-18 (जाएँ तो जाएँ कहाँ)
अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर
Chapter-18 (जाएँ तो जाएँ कहाँ)
एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 166)
सोचो और बताओ
प्रश्न 1.
जात्र्या भीड़ में रहकर भी अकेला महसूस कर रहा था। क्या तुम्हारे साथ भी कभी ऐसा हुआ है?
उत्तर:
हाँ, ट्रेनों या बसों में सफर करते समय मैं भी भीड़ में भी रहकर अकेला महसूस करता हूँ।
प्रश्न 2.
अपनी जगह छोड़कर दूर नई जगह जाकर रहना कैसा लगता होगा?
उत्तर:
मेरी समझ से अपनी जगह छोड़कर दूर नई जगह जाकर भी रहना अच्छा लगता होगा।
प्रश्न 3.
जात्र्या जैसे परिवार बड़े शहरों में क्यों आते होंगे?
उत्तर:
जात्र्या जैसे परिवार बड़े शहरों में जीविकोपार्जण के लिए आते हैं।
प्रश्न 4.
क्या तुमने ऐसे बच्चों को देखा है, जो काम पर भी जाते हैं?
उत्तर:
हाँ, मैंने ऐसे कई बच्चों को देखा है, जो काम पर भी जाते हैं।
प्रश्न 5.
ये बच्चे किस तरह के काम करते हैं? क्यों करने पड़ते होंगे?
उत्तर:
ये बच्चे सड़कों पर से कचड़ा बीनने, चाय आदि की दुकानों में, होटलों में बर्तन धोने आदि का काम करते हैं। वे ऐसा गरीबी की वजह से तथा अपने परिवार के सदस्यों के लिए करते हैं।
एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 167)
बताओ
प्रश्न 1.
खेड़ी गाँव में बच्चे क्या-क्या सीखते थे?
उत्तर:
खेड़ी गाँव में बच्चे मछली पकड़ना, चिड़ियों को पहचानना, उनकी नकल करना, ढोल बजाना, नाचना, गाना आदि सीखते थे।
प्रश्न 2.
तुम अपने बड़ों से क्या-क्या सीखते हो?
उत्तर:
मैं अपने बड़ों से ज्ञान की बातें, दूसरे लोगों की भी इज्जत करना, किसी को छोटा नहीं समझना आदि सीखते हैं।
प्रश्न 3.
जिन चीजों का ज्ञान जात्र्या को खेड़ी में हासिल हुआ, उनमें से कितना उन्हें मुंबई में काम आया होगा?
उत्तर:
उनमें से मछली पकड़ना, ढोल बजाना, गाना गाना, नाचना, आदि काम आया होगा।
प्रश्न 4.
क्या तुम हर रोज पक्षियों की आवाजें सुनते हो? कौन-कौन से?
उत्तर:
हाँ, मैं लगभग हर रोज पक्षियों की आवाजें सुनता हूँ। कौवा, गोरैया आदि।
प्रश्न 5.
क्या तुम किसी पक्षी की आवाज की नकल कर सकते हो?
उत्तर:
हाँ, मैं कई पक्षियों जैसे कौवा, तोता, कोयल आदि की आवाजों की नकल कर सकता हूँ।
प्रश्न 6.
करके दिखाओ।
उत्तर:
स्वयं करो।
प्रश्न 7.
तुम रोज ऐसी कौन-सी आवाजों सुनते हो, जो खेड़ी के लोग नहीं सुनते होंगे?
उत्तर:
हवाई जहाज की आवाज।
प्रश्न 8.
क्या तुमने सन्नाटा महसूस किया है? कब और कहाँ?
उत्तर:
हाँ, किया है। आधी रात को, जब सब लोग सो रहे होते हैं।
एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 169)
चर्चा करो और बताओ
प्रश्न 1.
जात्र्या के गाँव के कई लोगों को अपने जंगल-जमीन छोड़ना मंजूर न था। ऐसा क्यों?
उत्तर:
क्योंकि वे गाँव तथा जंगल में बचपन से रहे, खेले तथा बड़े हुए थे। उन्हें उस गाँव, उन जंगलों से प्यार था। वे उन्हें उनके अपने लगते थे।
प्रश्न 2.
न चाहते हुए भी उन्हें अपना गाँव छोड़ना ही पड़ा। सोचो क्यों?
उत्तर:
क्योंकि नदीबर बाँध बनने के कारण उनका गाँव डूब गया।
प्रश्न 3.
जात्र्या के खे के परिवार में कितने लोग थे?
उत्तर:
जात्र्या के खेड़ी के परिवार में कुल तीन लोग थे, जात्र्या, उसके माता तथा पिता। परन्तु जात्र्या के लिए पूरा गाँव ही उसके परिवा’ जैसा था।
प्रश्न 4.
जात्र्या जब अपवार के बारे में सोचता तो उसके मन में कौन-कौन आता?
उत्तर:
जात्र्या जब अपने के बारे में सोचता तो उसके मन में उसके भविष्य की पत्नी तथा बच्चे आते थे।
प्रश्न 5.
अपने परिवार के बाद तोचते हो तो तुम्हारे मन में कौन-कौन आता है?
उत्तर:
जब भी मैं अपने परिवार के बारे में सोचता हूँ, तो मेरे मन में मेरे दादा-दादी, नाना-नानी, पिताजी, माँ तथा मेरा भाई। आता है।
प्रश्न 6.
क्या तुमने ऐसे लोगों के बारे में सुना है, जो अपनी पुरानी जगह से हटना पसंद नहीं करते? उनकी कुछ बातें बताओ।
उत्तर:
हाँ, मेरे दादा-दा/अपनी पुरानी जगह, अपने गाँव से हटना पसंद नहीं करते हैं। वे जब भी शहर में हमलोगों के पास आते हैं, तो एक से दो दिनों में ही उनका मन उब जाता है, उन्हें शहर के भीड़-भाड़, प्रदूषित वायु अच्छे नहीं लगते हैं।
प्रश्न 7.
क्या तुम कोई ऐसी जगह जानते हो, जहाँ स्कूल है ही नहीं?
उत्तर:
हाँ, मैं कई ऐसे जगहे को जानता हूँ, जहाँ स्कूल नहीं है। यहाँ तक कि मेरे गाँव में भी अभी तक स्कूल नहीं है। कल्पना करो
प्रश्न 8.
जहाँ बाँध बनता है, वहाँ के लोगों को क्या-क्या परेशानियाँ होती होंगी?
उत्तर:
जहाँ बाँध बनता है वहाँ के लोगों को निम्नांकित परेशानियाँ होती होंगी
- वहाँ के लोगों के घर तथा खेत डूब जाते हैं।
- उनकी रोजी-रोटी के साधन खत्म हो जाते हैं।
- वहाँ के लोगों को विस्थापित हो जाना पड़ता है।
- अपना गाँव छोड़कर नये जगह पर फिर से घर बनाना तथा अन्य सारी व्यवस्थाएँ करनी होती है।
- या फिर गाँव छोड़ कर शहरों में जाना पड़ता है।
प्रश्न 9.
खेड़ी गाँव और जात्र्या के सपनों के नए गाँव के चित्र अपनी कॉपी में बनाओ। अपने साथी का चित्र भी देखो। उनमें अंतर ढूँढ़ो।।
उत्तर:
मेरे दोस्त द्वारा बनाये गये चित्र में पक्की ईमारतें नहीं हैं। मेरे दो दोस्तों द्वारा बनाये गये व के चित्र में नदी तथा पुल नहीं हैं।
एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 171)
लिखो
प्रश्न 1.
क्या सिंदूरी गाँव जात्र्या के सपनों के गाँव जैसा था?
उत्तर:
नहीं, यह बिल्कुल ही अलग था।
प्रश्न 2.
‘सिंदूरी’ और ‘अपने सपनों के गाँव में उसे क्या अंतर मिला?
उत्तर:
सिंदूरी में प्रत्येक वस्तु पैसों से मिलती थी। सिंदूरी में यदि कोई बीमार पड़ जाता तो डॉक्टरों से अस्पताल में दिखाना पड़ता था, अस्पताल में दवा भी नहीं मिलती थी, जबकि जात्र्या के गाँव में बीमार पड़ने पर जड़ी बूटी से इलाज हो जाया करता था।
प्रश्न 3.
क्या तुम कभी किसी के घर ‘बिन-बुलाए मेहमान थे? कैसा लगा?
उत्तर:
नहीं, मैं किसी के घर कभी भी ‘बिन-बुलाए मेहमान नहीं था।
प्रश्न 4.
जब तुम्हारे यहाँ कुछ दिन मेहमान रहने आते हैं, तब तुम्हारे परिवार वाले क्या-क्या करते हैं?
उत्तर:
तब हमारे परिवार वाले उनको बहुत ज्यादा ख्याल रखते हैं। उन्हें बेहतर खाना तथा अन्य सुविधाएँ देने का प्रयास करते हैं।
एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तकं (पृष्ठ संख्या 172)
सोचो
प्रश्न 1.
जात्र्याभाई ने क्या सोचकर मुंबई जाने की ठानी?
उत्तर:
जात्र्याभाई ने सोचा कि यदि बिन बुलाए मेहमान’ ही कहलाना है तो ऐसी जगह जाएँ जहाँ सपने पूरे हो सकें।
प्रश्न 2.
क्या उन्हें मुंबई वैसा ही मिला?
उत्तर:
नहीं, मुंबई में भी हालात ठीक नहीं थे।
प्रश्न 3.
जात्र्याभाई के बच्चे मुंबई में किस तरह के स्कूल में जाते होंगे?
उत्तर:
जात्र्याभाई के बच्चे मुंबई के नगर निगम के स्कूल में जाते होंगे।
पता करो और लिखो
प्रश्न 1.
क्या तुम किसी बच्चे या परिवार को जानते हो, जो अपनी जगह से हटाए गए हों? उनसे बात करो।
उत्तर:
हाँ, मैं कुछ लोगों को जानता हूँ, जो अपनी जगह से हटाए गये हैं।
प्रश्न 2.
वे कहाँ से आए हैं? उन्हें यहाँ क्यों आना पड़ा?
उत्तर:
वे उत्तर: प्रदेश के भानु गाँव से आये हैं। वहाँ प्रत्येक साल बाढ़ आने की वजह से जीविकोपार्जन के साधन नष्ट हो गये थे।
प्रश्न 3.
उनकी पहली जगह कैसी थी? उसकी तुलना में नई जगह कैसी है?
उत्तर:
उनकी पहली जगह काफी अच्छी थी। उसकी तुलना में नई जगह ज्यादा अच्छी है, यहाँ रोजगार के अवसर ज्यादा हैं, परन्तु उनलोगों को यहाँ मन नहीं लगता है।
प्रश्न 4.
क्या उनकी भाषा और रहन-सहन यहाँ के लोगों से अलग है? कैसे?
उत्तर:
उनकी भाषा और यहाँ की भाषा में कोई विशेष अंतर नहीं है परन्तु यह एक बड़ा शहर है, जहाँ के रहन-सहन शहर भानु गाँव से बिल्कुल अलग है। यहाँ कोई किसी को जानने वाला या मदद करनेवाला नहीं है। यहाँ सारे चीजों के लिए पैसे लगते हैं यहाँ तक कि पानी के भी।
प्रश्न 5.
उनकी भाषा के कुछ शब्द सीखकर लिखो।।
उत्तर:
बुर्बक – बेवकूफ
बाल – बॉल
प्रश्न 6.
क्या वे कुछ ऐसी चीजें बनाना जानते हैं, जो तुम नहीं जानते? क्या?
उत्तर:
हाँ, वे बाँस की टोकरियाँ तथा अन्य सामान बनाना जानते है, मैं यह नहीं जानता हूँ।
चर्चा करो
प्रश्न 1.
तुमने शहर की किसी बस्ती को हटाने के बारे में सुना या पढ़ा है? तुम्हें इसके बारे में कैसा लगता है?
उत्तर:
हाँ, मैने कुछ दिन पहले पढ़ा था कि एक पूरी बस्ती को हटाया जा रहा है, क्योंकि वह एक सरकारी जमीन थी, जिसपर सरकार का एक ऑफिस बनने वाला था, जिसकी वजह से उस बस्ती के लोगों को हटाया जा रहा है। मुझे इसके बारे में सुनकर एवं समझकर काफी खराब लगा। मुझे उस बस्ती में रह रहे लोगों के विस्थापित होने के कारण होनेवाली समस्याओं के बारे में सोचकर लगा कि कई जात्र्याभाई विस्थापित हो रहे हैं।
प्रश्न 2.
नौकरी में तबादला होने पर भी अपने रहने की जगह से दूर जाना पड़ता है। तब कैसा लगता है?
उत्तर:
नौकरी में तबादला होने पर भी लोगों को पुरानी जगह को छोड़ने में अच्छा नहीं लगता है, परन्तु एक नई जगह पर रहने की खुशी भी होती है।
वाद-विवाद करो
प्रश्न 1.
कुछ लोग ऐसा सोचते हैं “शहरी लोग गंदगी नहीं फैलाते। शहर की गंदगी तो झुग्गी-झोंपड़ियों से है।“ तुम्हें क्या लगता है-आपस में बात करो, बहस करो।
उत्तर:
ऐसा सोचना बिल्कुल ही गैलत है कि शहरी लोग गंदगी नहीं फैलाते और शहर की गंदगी झुग्गी-झोपड़ियों से है। दरअसल शहर के लोग अपने घरों को साफ रखने के लिए घर का सारा कूड़ा-कचड़ा रोड पर फेंक देते हैं। जिसके कारण भी बहुत ज्यादा गंदगी फैलती है। सरकार द्वारा शहर में रह रहे लोगों की जरूरतें पूरी करने के लिए नये-नये रोड, नई फैक्ट्रियाँ, आदि बनाने के कारण उन जगहों पर रह रहे लोग विस्थापित हो जाते हैं तथा शहरों में आकर बस जाते हैं, वे गरीब होने के कारण अच्छे मकान तथा अन्य चीजें नहीं खरीद या बनवा पाते हैं एवं एक स्लम (झुग्गी झोपड़ी वाली बस्ती) बन जाता है।
हम क्या समझे
प्रश्न 1.
जात्र्या के परिवार जैसे लाखों परिवार अलग-अलग कारणों से बड़े शहरों में रहने के लिए जाते हैं। मगर इन बड़े शहरों में उनकी जिंदगी क्या पहले से अच्छी होती है? बड़े शहरों में उन्हें किस तरह के अनुभव होते होंगे?
उत्तर:
बहुत सारे लोग प्रत्येक वर्ष कई कारणों से बड़े शहरों में जाकर बस जाते हैं। बड़े शहर का जीवन गाँव तथा छोटे जगहों की तुलना में ज्यादा मुश्किल तथा अलग होता है। हालाँकि बड़े शहरों में रोजगार के ज्यादा अवसर होते हैं, परन्तु वहाँ चुनौतियाँ भी बहुत ज्यादा होती हैं। गाँव की तुलना में लोगों को बहुत ही कम जगह से समझौता करना पड़ता है। गरीब लोग गन्दी जगहों में रहने को विवश हो जाते हैं। हालाँकि वे लोग अपनी गाँव की तुलना में ज्यादा पैसे कमाते हैं परन्तु शहर की मॅहगाई की वजह से वे पैसे नहीं बचा पाते तथा अच्छी जिंदगी नहीं जी पाते हैं। उन्हें कई तरह से समझौता करना पड़ता है। कई बार उन्हें भाषा तथा रहन-सहन के अंतर के कारण भी काफी समस्याएँ उठानी पड़ती है। वे प्रायः अलग तरह की संस्कृति तथा रहने, पहनने, खाने पीने आदि के तरीकों के कारण मखौल का विषय बने रहते हैं।
एनसीईआरटी सोलूशन्स क्लास 5 आस पास पीडीएफ
- 1. कैसे पहचाना चींटी ने दोस्त को
- 2. कहानी सपेरों की
- 3. चखने से पचने तक
- 4. खाएं आम बारहों महीने
- 5. बीज ,बीज ,बीज
- 6. बूँद -बूँद ,दरिया -दरिया
- 7. पानी के प्रयोग
- 8. मच्छरों की दावत
- 9. डायरी कमर सीधी ऊपर चढ़ो
- 10. इमारतें
- 11. सुनीता
- 12. खत्म हो जाए तो
- 13. बसेरा ऊँचाई पर
- 14. जब धरती काँपी
- 15. उसी से ठंडा उसी से गर्म
- 16. कौन करेगा यह काम
- 17. फांद ली दीवार
- 19. किसानों की कहानी-बीज की जुबानी
- 20. किसके जंगल
- 21. किसकी झलक किसकी छाप
- 22. फिर चला काफिला