NCERT Solutions Class 3 रिमझिम Chapter-2 (शेखीबाज़ मक्खी)
Class 3 रिमझिम
Chapter-2 (शेखीबाज़ मक्खी)
अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर
Chapter-2 (शेखीबाज़ मक्खी)
उत्तर: हमें कहानी में सबसे अच्छी लोमड़ी लगी, क्योंकि उसने बड़ी चतुराई से काम लिया| उसने मक्खी को सबक सिकने के लिए मकड़ी के जाल में फँसादिया| इसीसे मक्खी का घमंड चूर-चूर हो गया|
• मक्खी मकड़ी के जाल में फँस गई थी| फिर क्या हुआ होगा? कहानी आगे बाढ़ाओ|उत्तर: मक्खी मकड़ी के जाल में फँस गई| उसने जाल से निकलने की बहुत कोशिश की| वह जितनी कोशिश करती, उतनी ही अधिक फंसती जाती थी| अंत म एवह जाल में फँसकर मर गई| उसका घमंड चूर-चूर हो गया|
उत्तर:लोमड़ी को ध्यान में रखकर अगर कहानी का नाम लिखा जाता तो नाम होता – चालाक लोमड़ी, लोमड़ी और मक्खी|
शेर को ध्यान में रखकर कहानी का नाम लिखा जाता तो नाम होता – मुर्ख शेर, शेर और मक्खी|
प्रश्न 2. अब तुम कहानी के लिए न्य शीर्षक सोचो| यह शीर्षक कहानी के किसी पात्र पर नहीं होना चाहिए| (कहानी की किसी घटना के बारे में शीर्षक हो सकता है|)
उत्तर:कहानी का नया शीर्षक हो सकता है – घमंडी का सर नीचा, घमंड का नतीजा|
उत्तर:यदि मई शेर की जगह होता तो आग बबूला नहीं होता| गहरी नींद में जगाने पर मैं तो मम्मी से कहता हूँ, मुझे अभी और सोने दो| मेरी नींद पूरी नहीं हुई है|
प्रश्न 2. मक्खी उड़ाते-उड़ाते शेर ऊब गया था| तुम क्या करते-करते ऊब जाते हो?
उत्तर:मैं अधिक देर तक टी.वी. देखते-देखते व स्कूल का काम करते-करते ऊब जाता हूँ|
प्रश्न 3. मान लो तुम शेर हो| मक्खी ने तुम्हारे साथ जो कुछ भी किया वह लोमड़ी को बताओ|
उत्तर:बहन लोमड़ी| मैं जंगल का राजा हूँ| मक्खी ने मेरे साथ बहुत बुरा व्यहार किया| पहले तो उसने मेरे कान में भिनभिना कर मुझे गहरी नींद से जगा दिया| जब मैंने उसे दूर हटने के लिए के लिए कहा और उसे मार डालने की धमकी दी तो उसने मुझे लड़ने की चुनौती दे डाली| मक्खी पहले मेरे कान पर बैठी तो मैंने उसे मारने के लिए पंजा मारा| तो वह उड़ गई और मेरा कान छिल गया| इसके बाद वह नाक पर, माथे पर, कभी गाल पर और कभी गर्दन पर बैठती| मैंने उसे मारने के लिए हर बार पंजा चलाया| पर वह हाथ नहीं आई| मैं पंजे मरने से कई जगह से घायल हो गया| मेरा बुरा हाल हो गया| बहन! अब तुम ही बताओ मैं क्या करूँ|
प्रश्न 4. शेर तो भोजन करके आराम कर रहा था | तुम खाना खा कर क्या करते हो?
उत्तर: • अक सर खेलते हैं|
• कभी – कभी आराम कर ते है या टहलने भी चले जाते हैं |
प्रश्न- शेर ने भोजन में क्या खाया होगा ? तुम क्या – क्या खाते हो?
उत्तर:–शेर ने किसी जानवर का कच्चा मांस खाया होगा|
हम चावल , दाल , सब्जी , रोटी , और सलाद व फल खाते हैं|
उत्तर:
- मक्खी बोली- वरना क्या कर लोगे? मैं क्या तुमसे दर जाऊँगी? मैं तो तुमसे भी लड़ सकती हूँ| हिम्मत हो आ जाओ…..
- शेर बोला- मक्खी बहन, अब मुझे छोडो| मैं हारा और तुम जीती,बस
- मक्खी बोली- हाथी क्या तुम मुझससे लड़ सकती हो?
- मक्खी बोली- लोमड़ी रानी क्या तुम मुझसे डर गई?
- लोमड़ी बोली- मक्खी रानी, उधर वह मकड़ी दिखाई दे रही हैं न, वह आपको गाली दे रही थी| उसकी ज़रा खबर लो न!
घमंडी चतुर समझदार | मक्खी हाथी हाथी | डरपोक सबसे चतुर आलसी | शेर लोमड़ी शेर |
• तुम कौन-कौन से काम चुटकी बजाते ही कर लेते हो? बताओ|
उत्तर:हम दूध पीने, जूते पहनने, बालों में कंघा करने, स्कूल की वर्दी पहनने, अपनी बात बोने का काम चुटकी बजाते ही कर लेते हैं|
• अब तुम अपनी एक टोली बनाओ| तुममे से एक लीडर बनेगा| वह बाकी बच्चों को करने के लिए काम देगा| जिसे चुटकी बजाते ही करना होगा| जैसे बाहर से पाँच पत्तियाँ लाओ और उनके नाम बताओ या शेखीबाज़ मक्खी के पात्रों के नाम बताओ| जो सबसे जल्दी कर ले वह लीडर बने|
उत्तर:हमने बिरजू, श्याम, अक्षित रमन और आंचल को लेकर एक टोली बना ली| हमारा लीडर बिरजू है| उसने श्याम को पाँच तरह की पत्तियाँ, रमन को पाँच तरीके दाल अक्षित को पाँच रंग की चीजे तथा चंचल को पाँच रंग के धागे और स्वयं पाँच तरह के बटन लाने को कहा| अक्षित सबसे पहले पाँच रंग की चीजें लेकर लौटा और उसने पाँच रंगों के ठीक-ठीक नाम बताया| इस तरह वह हमारा लीडर बन गया| उसके बाद हमने खेल शुरू कर दिया|
शेखीबाज मक्खी के पात्रों के नाम हैं| मक्खी, शेर, हाथी, और लोमड़ी|
उत्तर: 4 नं. वाले में ज्यादा जाले मिलेंगे|
• शेर आग बबूला हो उठा|
उत्तर:शेर गुस्से से काँ पने लगा|
• उसकी ज़रा खबर लो न|
उत्तर:उसके बारे में पता करो|
• उस मकड़ी को तो मैं चुटकी बजाते ही ख़त्म कर देती हूँ|
उत्तर:उस मकड़ी को मैं जल्दी ही मार देती हूँ|
• जंगल के राजा के मुँह से ऐसी भाषा शोभा नहीं देती हैं|
उत्तर: जंगल के राजा को ऐसा नहीं करना चाहिए|
उत्तर: •जलते बल्ब के आस-पासमच्छर छिपकली
- खेतों में टिड्डे मच्छर
- इकट्ठे पानी के ऊपर मच्छर मक्खी
- फूलों पर तितली भ्रमर
- कचरे के ढेर पर मक्खी मच्छर
- हलवाई की मिठाई पर मक्खी शहद की मक्खी
उत्तर: मैं एक शेखीबाज़ को जानता हूँ| वह है मेर पडोसी सलीम| वह अपने घर में बहुत अधिक विदेश चीज़े होने की शेखी बघारता है| वह कहता है, हमारे पास विदेशी टेलीविजिन, कैमरा, कपड़े धोने की मशीन, टेलीफ़ोन, पंखे यहाँ तक की दीवारों पर लगी पेंटिंग्स भी विदेशी हैं|