NCERT Solutions Class 2 रिमझिम Chapter-14 (नटखट चूहा)
Class 2 रिमझिम
Chapter-14 (नटखट चूहा)
अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर
Chapter-14 (नटखट चूहा)
यह सुनकर दुकानदार डर गया और उसने चूहे को रेशमी कपड़े का एक टुकड़ा दे दिया। कपड़े का टुकड़ा लेकर चूहा दर्जी की दुकान में जा पहुँचा। चूहे ने दर्जी को रेशमी कपड़ा दिया और एक अच्छी टोपी सिल देने को कहा। दर्जी ने चूहे को डाँटा और कहा कि इसके लिए उसके पास समय नहीं है। इस पर चूहा गुस्से में फिर वही गीत गाने लगा। इस पर दर्जी भी घबरा गया। उसने डर कर तुरंत चूहे के लिए एक सुंदर-सी टोपी तैयार कर दी। नटखट चूहे ने उस टोपी को पहना और आइने में अपने चेहरे को निहारा। यह टोपी तो एकदम सादी है। मैं इस पर चमकीले सितारे लगवाऊँगा-चूहे ने सोचा। चूहा कूदता-फाँदता एक छोटी-सी दुकान में पहुँचा, जहाँ सुनहरे तथा रुपहले सितारे बिक रहे थे। चूहे ने दुकानदार से कहा कि मैं अपनी टोपी के लिए सुनहरे और रुपहले सितारे खरीदने आया हूँ। इस पर दुकानदार ने क्रोधित होकर कहा कि यहाँ से भाग जाओ, मुझे बेवकूफ़ बनाने की कोशिश मत करो। इस पर चूहे ने गुस्से में इस वाक्य को दोहराया
चूहे की इस धमकी से दुकानदार डर गया उसने चूहे से कहा कि वह उसकी टोपी में रंग-बिरंगे सितारे टाँक देगा। जब टोपी तैयार हो गई तो चूहे ने टोपी पहनकर खुद को आइने के सामने निहारा। उसने सोचा -मैं किसी राजा से कम नहीं लग रहा। चलकर अपनी चमकीली टोपी राजा को दिखाता हूँ। चूहा राजा के पास जा पहुँचा। उसने राजा से पूछा कि वह कैसा लग रहा है। इस पर राजा ने उत्तर दिया-वाह! तुम तो एकदम राजकुमार लग रहे हो। इस पर चूहा झटपट बोला-अच्छा, तो फिर उतरो सिंहासन से। यहाँ मैं बैठेंगा। यह सुनकर राजा चूहे पर हँसी। उसने चूहे से भाग जाने को कहा। उसने कहा कि यह सिंहासन चूहे के लिए नहीं है। केवल राजा ही इस पर बैठ सकता है। इस पर चूहे ने कहा
यह सुनकर राजा डर से काँपने लगा। उसने सोचा, चूहों की फ़ौज तो पूरे महल को तहस-नहस कर देगी। भयवश उसने चूहे को सिंहासन पर बैठने की अनुमति दे दी। चूहा काफी देर तक सिंहासन पर बैठा रहा। फिर खुशी-खुशी घर की ओर चल पड़ा। उसने अपनी चमकीली टोपी अपने सभी साथियों को दिखाई। उसके सभी साथी उसकी कहानी सुनना चाहते थे।
शब्दार्थ: नटखट-चंचल। झटपट-जल्दी, तुरंत। दर्जी-कपड़े सीने वाला। आइना-दर्पण, शीशा। सुनहरा-सोने के रंग का। रुपहला-चाँदी के रंग का। सितारे-तारे। निहारना-देखना। सरपट-बहुत तेज़ी से चलना। सिंहासन-राजाओं का श्रेष्ठ आसन, राजगद्दी। फ़ौज-सेना।
प्रश्न-अभ्यास
कहानी से
प्रश्न 1
दर्जी चूहे की किस बात से डर गया?
उत्तर:
दर्जी चूहे की इस बात से डर गया कि वह रात में चूहों की अपनी सेना के साथ आएगा तथा उसके सारे कपड़े कुतर देगा।
प्रश्न 2
चूहा टोपी क्यों पहनना चाहता था?
उत्तर:
चूहा टोपी इसलिए पहनना चाहता था ताकि वह सुंदर तथा राजकुमार की तरह दिखे।
प्रश्न 3
चूहा टोपी पर सितारे क्यों लगवाना चाहता था?
उत्तर:
चूहा अपनी टोपी पर सितारे इसलिए लगवाना चाहता था ताकि उसकी टोपी सुंदर दिखे।
प्रश्न 4
दर्जी ने चूहे की टोपी सिलने से क्यों मना कर दिया था?
उत्तर:
दर्जी ने चूहे की टोपी सिलने से इसलिए मना कर दिया था क्योंकि इससे उसका समय खराब होता।
पहले क्या हुआ
- चूहा राजा के दरबार में गया।
- दर्जी ने चूहे की टोपी सिल दी।
- चूहा दुकानदार के पास सितारे लेने गया।
- चूहे को रेशमी कपड़े की कतरन मिली।
- चूहा सिंहासन पर बैठ गया।
- चूहा तैयार होकर शहर की तरफ़ निकल पड़ा।
उत्तर:
- चूहा तैयार होकर शहर की तरफ़ निकल पड़ा।
- चूहे को रेशमी कपड़े की कतरन मिली।
- दर्जी ने चूहे की टोपी सिल दी।
- चूहा दुकानदार के पास सितारे लेने गया।
- चूहा राजा के दरबार में गया।
- चूहा सिंहासन पर बैठ गया।
तुम्हारी समझ से
प्रश्न 5
बारिश के मौसम में ऐसा क्या होता है जिससे चूहा अपने बिल में से निकल नहीं पाया होगा?
उत्तर:
बारिश के मौसम में चारों तरफ़ पानी-ही-पानी और कीचड़-ही-कीचड़ फैलने के कारण चूहा अपने बिल में से नहीं निकल पाया होगा।
प्रश्न 6
क्या तुम्हें भी चूहा नटखट लगा? क्यों?
उत्तर:
हाँ, मुझे भी चूहा काफी नटखट लगा। क्योंकि उसने अपनी शरारत तथा नटखटपन से अंततः अपने काम सभी से करवा लिए। उसने अपनी टोपी सिलवा ली, उस पर सितारे भी जड़वा लिए तथा अंततः राजा के सिंहासन पर बैठने में भी सफल रहा।
प्रश्न 7
कपड़े वाले ने, दर्जी ने, सितारे वाले ने चूहे की बात पर ध्यान नहीं दिया। तुम्हें इसका क्या कारण लगता है?
उत्तर:
किसी को भी एक चूहे का टोपी पहनना तथा उस पर सितारे लगानेवाली बात गले नहीं उतर रही होगी। सब सोच रहे होंगे कि यह चूहे की मसखरी है। इसलिए किसी ने चूहे की बात पर ध्यान
नहीं दिया होगा।
अँगूठे की छाप से चूहा
प्रश्न 8
पिछले साल तुमने अँगूठे की छाप से चिड़िया, अनार, गठरी, कठपुतली बनाई थी। अँगूठे की छाप से अपनी पसंद के कुछ और चित्र बनाओ।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।
किसके पास जाओगे
प्रश्न 9
चूहा अपने कामों के लिए बहुत-से लोगों के पास गया। इन कामों के लिए तुम किसके पास जाओगे?
उत्तर:
एक-अनेक
प्रश्न 10
खाली जगह भरोः
उत्तर:
- इस कमरे में दो खिड़कियाँ हैं। (खिड़की)
- बुआ समीना के लिए ढेरों कॉपियाँ लाईं। (कॉपी)
- लड़कियाँ मैदान में फुटबॉल खेल रही हैं। (लड़की)
- गोविंद तेज़ी से सीढ़ियाँ चढ़ रहा था। (सीढ़ी)
- गंदी जगह पर मक्खियाँ भिनभिनाती रहती हैं। (मक्खी)
तुम्हारी बात
उत्तर:
यदि मैं बजाज होता तो चूहे को कपड़े नहीं देता क्योंकि एक चूहे के लिए कपड़े का कोई मतलब नहीं है।
प्रश्न 12
चूहा राजा बनकर देखना चाहता था। तुम्हारे विचार से राजा दिन-भर क्या करते होंगे?
उत्तर:
राजा दिन-भर अपनी प्रजा के कल्याण तथा अपने राज्य की रक्षा हेतु कार्यक्रम बनाते होंगे तथा विचार-विमर्श करते होंगे।
प्रश्न 13
तुम चूहा बनना पसंद करोगे या राजा? क्यों?
उत्तर:
मैं राजा बनना पसंद करूंगा। मैं राजा बनना इसलिए पसंद करूंगा ताकि लोगों की समस्याओं को हल कर सकें और उनके दुख-दर्द को दूर कर सकें।
कैसे हो काम
प्रश्न 14
दर्जी अपने काम में कैंची, फीते, मशीन, धागे आदि का इस्तेमाल करता है। ये लोग किन चीज़ों की मदद से अपना काम करते हैं
उत्तर:
दर्जी का र
प्रश्न 15
‘दर्जी’ शब्द में ‘र’ की आवाज़ है जिसे ऊपर निशान लगाकर लिंखा जाता है। ऐसे ही कुछ और शब्द लिखो।
उत्तर: