NCERT Solutions Class 6 हमारे अतीत Chapter-5 (क्या बताती हैं हमें किताबें और कब्रें)
Class 6 हमारे अतीत
पाठ-5 (क्या बताती हैं हमें किताबें और कब्रें)
अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर
पाठ-5 (क्या बताती हैं हमें किताबें और कब्रें)
1. महापाषाणों के निर्माण के लिए लोगों को कई तरह के काम करने पड़ते थे। हमने जो कार्यों की सूची बनाई है उन्हें क्रमबद्ध करो। गड्ढे खोदना, शिलाखंडों को ढोकर लाना, बड़े पत्थरों को तराशना और मरे हुए हुए को दफ़नाना। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-48)
उत्तर- गड्ढे खोदना, मरे हुए को दफ़नाना, शिलाखंडों को ढोकर लाना और बड़े पत्थरों को तराशना।
2. क्या हड़प्पा के शहरों में लोहे का प्रयोग होता था? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-48)
उत्तर- नहीं, हड़प्पा के शहरों में लोहे का प्रयोग नहीं होता था।
3. क्या तुम्हें लगता है कि यह किसी सरदार का शव था? अपने जवाब का कारण बताओ। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-50)
उत्तर-हाँ, यह शव किसी सरदार का ही होगा, क्योंकि यह घर अन्य घरों की तुलना में बड़ा था तथा बस्ती के बीचों-बीच में बसा था तथा शव को दफ़नाने के लिए चार पैर वाले बड़े संदूक का प्रयोग किया गया था।
4. तुम्हारे अनुसार शरीर के बारे में उन्होंने इतनी विस्तृत जानकारी कैसे इकट्ठा की होगी? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-50)
उत्तर-शायद वैद्य चरक ने किसी व्यक्ति के मृत शरीर की चीड़-फाड़ करके यह जानकारी एकत्रित की होगी।
अन्यत्र (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-51)
एटलस में चीन को देखो। लगभग 3500 साल पहले हम यहाँ की लेखन कला के सबसे पुराने उदाहरण पाते हैं।
यह जानवरों की हड्डियों पर लिखा गया था। इन्हें भविष्यवाणी करने वाली हड्डियाँ कहा जाता है, क्योंकि यह मान्यता थी कि ये भविष्य बताती हैं। राजा लोग लिपिकारों से इन हड्डियों पर सवाल लिखवाते थे-क्या वे युद्ध जीतेंगे? क्या फसलें अच्छी होंगी? क्या उन्हें पुत्र होंगे? फिर इन हड्डियों को आग में डाल दिया जाता था, जहाँ इनमें गर्मी से चटककर दरारें पड़ जाती थीं। भविष्यवक्ता इन दरारों को बड़े ध्यान से देखकर भविष्यवाणी करने की कोशिश करते थे। जैसा शायद तुम भी सोच रही होगी ये भविष्यवक्ता कभी-कभी गलती भी करते थे।
ये राजा शहरों में महल बनाकर रहते थे। उन्होंने बेशुमार दौलत इकट्ठी कर ली थी जिनमें बडे-बडे नक्काशी किए हुए काँसे के बर्तन शामिल थे, लेकिन वे लोहे का इस्तेमाल करना नहीं जानते थे।
ऋग्वेद के राजा और इन राजाओं के बीच कोई एक फ़र्क बताइए।
उत्तर- ऋग्वेद के राजा बड़ी राजधानियों व महलों में नहीं रहते थे, जबकि चीन के राजा शहरों में महल बनाकर रहते थे।
कल्पना करो
तुम 3000 वर्ष पहले के इनामगाँव में रहती हो। पिछली रात सरदार की मृत्यु हो गई। आज, तुम्हारे माता-पिता दफ़न की तैयारी कर रहे हैं। यह बताते हुए सारे दृश्य का वर्णन करो कि अंतिम संस्कार के लिए कैसे भोजन तैयार किया जा रहा है। तुम्हें क्या लगता है, खाने में क्या दिया जाएगा?
उत्तर-मेरे माता-पिता सरदार को उसके घर के आँगन में दफनाने के लिए गड्ढा खोद रहे हैं। सरदार का घर बस्ती
के बीच में है। सरदार के शव को चार पैरों वाले मिट्टी के एक बड़े संदूक में बंद करके दफनाया जाएगा। सरदार का मनपसंद खाना तैयार किया जा रहा है। इस खाने को सरदार के शव के साथ दफनाया जाएगा। इसके अलावा सरदार की अन्य मनपसंद चीजें, कीमती वस्तुएँ और उनके द्वारा प्रयोग की जाने वाली अन्य वस्तुएँ भी शव के साथ दफनायी जाएगी।
प्रश्न-अभ्यास
पाठ्यपुस्तक से
आओ याद करें
1. निम्नलिखित को समेल करो
उत्तर-
2. वाक्यों को पूरा करो :
(क) …………………… के लिए दासों का इस्तेमाल किया जाता था।
(ख) …………………… में महापाषाण पाए जाते हैं।
(ग) जमीन पर गोले में लगाए गए पत्थर या चट्टान …………………… का काम करते थे।
(घ) पोर्ट-होल का इस्तेमाल …………………… के लिए होता था।
(ङ) इनामगाँव के लोग …………………… खाते थे।
उत्तर-
(क) मालिक की सेवा करने
(ख) दक्कन, दक्षिणी भारत, उत्तरपूर्वी भारत और कश्मीर
(ग) चिह्नों।
(घ) पत्थरों से बने हुए कमरे में जाने
(ङ) अनाज, फल और मांस
आओ चर्चा करें
3. आज हम जो किताबें पढ़ते हैं वे ऋग्वेद से कैसे भिन्न हैं?
उत्तर- आज हम जो किताबें पढ़ते हैं वे लिखी और छापी गई हैं, जबकि ऋग्वेद का उच्चारण और श्रवण किया जाता था। ऋग्वेद की रचना के सदियों बाद इन्हें लिखा गया था। ऋग्वेद छपने का काम मुश्किल से दो सौ साल पहले हुआ।
4. पुरातत्त्वविद् कब्रों में दफ़नाए गए लोगों के बीच सामाजिक अंतर का पता कैसे लगाते हैं?
उत्तर- पुरातत्त्वविद् दफ़नाए गए लोगों की कब्रों से प्राप्त वस्तुओं के आधार पर सामाजिक अंतर का पता लगाते हैं। जैसे-ब्रह्मगिरि में एक व्यक्ति की कब्र से 33 सोने के मनके और शंख पाए गए हैं, जबकि दूसरी कब्र के कंकाल के पास केवल मिट्टी के ही बर्तन मिले हैं। यह अंतर दफनाए गए लोगों की सामाजिक स्थिति में भिन्नता को दर्शाता है।
5. एक राजा का जीवन दास या दासी के जीवन से कैसे भिन्न होता था?
उत्तर- एक दास या दासी का कष्टपूर्ण जीवन राजा के ऐश्वर्यपूर्ण जीवन से पूर्णतः भिन्न होता था। दास या दासी वे स्त्री और पुरुष होते थे जिन्हें राजा द्वारा युद्ध में बंदी बनाया जाता था। उन्हें राजा की जायदाद माना जाता | था और उन्हें राजा की सभी आज्ञाओं का पालन करना पड़ता था।
आओ करके देखें
6. पता करो कि तुम्हारे विद्यालय के पुस्तकालय में धर्म के विषय पर किताबें हैं या नहीं। उस संग्रह से किन्हीं पाँच पुस्तकों के नाम बताओ।
उत्तर- छात्र अपने अपने विद्यालय के पुस्तकालय के अनुसार स्वयं करें।
7. एक याद की हुई कविता या गीत लिखो। तुमने उस कविता या गीत को सुनकर याद किया था या पढ़कर?
उत्तर-छात्र स्वयं करें।
8. ऋग्वेद में लोगों का वर्गीकरण उनके कार्य या उनकी भाषा के आधार पर किया जाता है। नीचे की
तालिका में तुम छः परिचित लोगों के नाम भरो। इनमें तीन पुरुष और तीन महिला होने चाहिए। प्रत्येक का पेशा और भाषा लिखो। क्या तुम उस विवरण में कुछ और जोड़ना चाहोगी?
उत्तर- छात्र स्वयं करें।
एनसीईआरटी सोलूशन्स क्लास 6 हमारे अतीत पीडीएफ
- 1. क्या, कब, कहाँ और कैसे
- 2. आरंभिक मानव खोज में
- 3. भोजन संग्रह से उत्पादन तक
- 4. आरंभिक नगर
- 6. राज्य; राजा और प्राचीन गणराज्य
- 7. नए प्रश्न नए विचार
- 8. अशोकः एक अनोखा सम्राट जिसने युद्ध का त्याग किया
- 9. खुशहाल गाँव और समृद्ध शहर
- 10. व्यापारी: राजा और तीर्थयात्री
- 11. नए साम्राज्य और राज्य
- 12. इमारतें: चित्र तथा किताबें