NCERT Solutions Class 8 विज्ञान Chapter- 15 (कुछ प्राकृतिक परिघटनाएँ)
NCERT Solutions Class 8 विज्ञान 8 वीं कक्षा से Chapter-15 (कुछ प्राकृतिक परिघटनाएँ) के उत्तर मिलेंगे। यह अध्याय आपको मूल बातें सीखने में मदद करेगा और आपको इस अध्याय से अपनी परीक्षा में कम से कम एक प्रश्न की उम्मीद करनी चाहिए। हमने NCERT बोर्ड की टेक्सटबुक्स हिंदी विज्ञान के सभी Questions के जवाब बड़ी ही आसान भाषा में दिए हैं जिनको समझना और याद करना Students के लिए बहुत आसान रहेगा जिस से आप अपनी परीक्षा में अच्छे नंबर से पास हो सके।
एनसीईआरटी प्रश्न-उत्तर
Class 8 विज्ञान
पाठ-15 (कुछ प्राकृतिक परिघटनाएँ)
अभ्यास के अन्तर्गत दिए गए प्रश्नोत्तर
पाठ-15 (कुछ प्राकृतिक परिघटनाएँ)
पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 184
प्रश्न 1.
मुझे आश्चर्य है कि उन्हें इस समानता को ज्ञात करने में इतने वर्ष क्यों लगे?
उत्तर :
इस समानता को ज्ञात करने में इतने वर्ष इसलिए लगे क्योंकि किसी वस्तु का परिणाम जानने के लिए वैज्ञानिक खोजें करते हैं। खोज करने के लिए उन्हें लम्बे समय तक कठिन परिश्रम करना पड़ता है तब उनके परिश्रम का परिणाम निकलता है।
पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 185
रगड़ द्वारा आवेशन
क्रियाकलाप 15.2
प्रश्न 1.
सारणी में दी गई वस्तुएँ तथा पदार्थ एकत्र कीजिए। इनमें से प्रत्येक वस्तु को सारणी में दिए अनुसार पदार्थ के साथ रगड़कर आवेशित कीजिए। अपने अनुभवों को नोट कीजिए। आप इस सारणी में और अधिक वस्तुएँ जोड़ सकते है।
उत्तर :
पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 186
क्रियाकलाप 15.3
प्रश्न 1.
आप क्या देखते हैं?
उत्तर :
गुब्बारे एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं।
प्रश्न 2.
क्या गिलास में रखे रिफिल पर कोई प्रभाव पड़ता है?
उत्तर :
हाँ, गिलास में रखे रिफिल पर प्रभाव पड़ता है।
प्रश्न 3.
क्या ये दोनों रिफिल एक-दूसरे को आकर्षित अथवा प्रतिकर्षित करते हैं?
उत्तर :
हाँ, वे एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं।
प्रश्न 4.
यदि भिन्न पदार्थों से बनी दो आवेशित वस्तुओं को एक-दूसरे के निकट लाएँ तो क्या होगा?
उत्तर :
वे एक-दूसरे को आकर्षित करेंगी।
आवेशों के प्रकार तथा इनकी अन्योन्य क्रिया
प्रश्न 1.
क्या यह इंगित करता है कि गुब्बारे पर आवेश रिफिल के आवेश से भिन्न प्रकार का है?
उत्तर :
हाँ, यह इंगित करता है कि गुब्बारे पर आवेश रिफिल के आवेश से भिन्न प्रकार का है।
प्रश्न 2.
क्या फिर हम यह कह सकते हैं कि आवेश दो प्रकार के होते हैं?
उत्तर :
हाँ, आवेश दो प्रकार के होते हैं। धन आवेश तथा ऋण आवेश।
प्रश्न 3.
क्या हम यह भी कह सकते हैं कि सजातीय आवेश एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं जबकि विजातीय आवेश एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं?
उत्तर :
हाँ, यह सत्य है कि सजातीय आवेश एक-दूसरे को प्रतिकर्षित तथा विजातीय आवेश एक-दूसरे को आकर्षित करते हैं।
पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 187
प्रश्न 1.
आपके विचार से प्लास्टिक स्ट्रॉ पर किस प्रकार का आवेश होना चाहिए?
उत्तर :
प्लास्टिक स्ट्रॉ पर ऋणात्मक आवेश होना चाहिए।
आवेश का स्थानान्तरण
क्रियाकलाप 15.4
प्रश्न 1.
प्रेक्षण कीजिए क्या होता है? क्या पन्नी की पट्टियों पर कोई प्रभाव पड़ता है?
उत्तर :
हाँ, पन्नी की पट्टियाँ फैल जाती हैं।
प्रश्न 2.
क्या वे एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करती हैं अथवा आकर्षित करती हैं?
उत्तर :
हाँ, वे एक-दसरे को प्रतिकर्षित करती हैं।
प्रश्न 3.
क्या हर बार पन्नी की पट्टियाँ समान रूप से व्यवहार करती हैं?
उत्तर :
हाँ, वे हर बार समान रूप से व्यवहार करती हैं।
प्रश्न 4.
क्या इस उपकरण का उपयोग यह पहचान करने के लिए कर सकते हैं कि कोई वस्तु आवेशित है अथवा नहीं? व
उत्तर :
हाँ, इस उपकरण का उपयोग हम यह पहचान करने के लिए कर सकते हैं कि कोई वस्तु आवेशित है या नहीं।
प्रश्न 5.
क्या आप यह स्पष्ट कर सकते हैं कि पन्नी की पट्टियाँ एक-दूसरे को क्यों प्रतिकर्षित करती हैं?
उत्तर :
पन्नी की पट्टियाँ आवेशित वस्तुओं से समान आवेश प्राप्त करती हैं। समान आवेश वाली पट्टियाँ एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करती हैं और वे फैल जाती हैं।
पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 189
तड़ित झंझा के समय क्या करें क्या न करें।
प्रश्न 1.
क्या आपको याद है कि तड़ित एक विद्युत् विसर्जन है?
उत्तर :
हाँ, याद है कि तड़ित एक विद्युत् विसर्जन है।
पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 191
क्रियाकलाप 15.5
प्रश्न 1.
इन भूकम्पों द्वारा लोगों को हुई क्षति से सम्बन्धित संक्षिप्त रिपोर्ट बनाइए।
उत्तर :
पृथ्वी का अचानक काँपना अथवा थरथराना भूकम्प कहलाता है। यह एक प्राकृतिक आपदा है। भूकम्प के अन्तर्गत पृथ्वी अचानक थरथराने लगती है। इसका पहले से आभास नहीं होता है। भूकम्प के आने पर जनजीवन तथा सम्पत्ति की अपार क्षति होती है। इसके परिणामस्वरूप, भवन, सड़क, पुल, बाँध आदि नष्ट हो जाते हैं। जब भूकम्प काफी शक्तिशाली होते हैं तो जनजीवन और सम्पत्ति की बहुत अधिक हानि होती है। भूकम्प के आने से क्षेत्र सम्पूर्ण रूप से नष्ट हो जाते हैं। इसके आने से बाढ़, भूस्खलन, सुनामी आदि का खतरा बढ़ जाता है।
भूकम्प क्या होता है?
प्रश्न 1.
भूकम्प क्या होता है?
उत्तर :
पृथ्वी का अचानक काँपना अथवा थरथराना भूकम्प कहलाता है।
प्रश्न 2.
जब यह आता है तो क्या होता है?
उत्तर :
भूकम्प के आने से जनजीवन और सम्पत्ति की अपार हानि होती है। इसके आने से भवन, सड़क, पुल, बाँध आदि नष्ट हो जाते हैं। भूकम्प के आने से बाढ़, भूस्खलन तथा सुनामी आदि जैसी अन्य प्राकृतिक आपदाएँ आने की सम्भावना रहती है।
प्रश्न 3.
इसके प्रभाव को कम करने के लिए हम क्या कर सकते हैं?
उत्तर :
भूकम्प के प्रभाव को कम करने के लिए निम्न उपाय कर सकते हैं –
- भवनों का निर्माण ऐसा हो कि वे बड़े भूकम्पों के झटकों को सहन कर सकें। भवनों के ढाँचे सरल हों ताकि वे ‘भूकम्प निरापाद’ हों।
- सभी भवनों विशेषकर ऊँची इमारतों में अग्निशमन के सभी उपकरण कार्यकारी स्थिति में होने चाहिए।
- भूकम्प प्रतिरोधी भवनों का निर्माण कराना चाहिए।
- दीवार घड़ी, फोटो फ्रेम, जल तापक आदि को दीवार पर लगाते समय सावधानी रखनी चाहिए ताकि वे भूकम्प आने पर लोगों के ऊपर न गिरें।
पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 192
क्रियाकलाप 15.6
प्रश्न 1.
अपने माता-पिता अथवा परिवार के अन्य बड़े-बूढ़ों अथवा पास-पड़ौस से भारत में सुनामी के कारण हुए नुकसान की जानकारी एकत्र कीजिए।
उत्तर :
प्राणघातक सुनामी लहरें हिन्द महासागर में 26 दिसम्बर, 2004 को आई थीं। इसमें लाखों लोगों की जीवनलीला समाप्त हो गई। इस आपदा से आर्थिक, जैविक तथा भावनात्मक असीमित हानि हुई। तमिलनाडु राज्य के दक्षिण-पूर्व समुद्री क्षेत्र तथा संघीय प्रदेश अण्डमान एवं निकाबार द्वीप समूह में हजारों मछुहारों तथा कई गाँवों से मानव सम्पदा समाप्त हो गई। तटीय क्षेत्र नष्ट हो गए। नागापट्टिनम शहर के कई मछुआरों के समुदाय समाप्त हो गए। वास्तव में ये इतनी ज्वारिक लहरें थीं जिसने हिंसक तांडवीय रूप धारण कर लिया था।
भूकम्प का क्या कारण है?
प्रश्न 1.
मेरी दादी ने मुझे बताया था कि पृथ्वी किसी सांड के एक सींग पर टिकी है तथा जब सांड़ उसे दूसरे सींग पर ले जाता है, तो भूकम्प आता है। यह कैसे सत्य हो सकता है?
उत्तर :
यह असत्य है। प्राचीन काल में लोग भूकम्प आने का सही कारण नहीं जानते थे। अतः उनकी धारणा मनगढन्त कथाओं द्वारा व्यक्त की जाती थी।
प्रश्न 2.
पृथ्वी के अन्दर भू-कंपन के क्या कारण हो सकते हैं?
उत्तर :
पृथ्वी के अन्दर की सबसे ऊपरी सतह भूपर्पटी में विक्षोभ के कारण भू-कंपन होते हैं।
पाठ्य-पुस्तक पृष्ठ संख्या # 193
प्रश्न 1.
यदि वैज्ञानिक भूकम्प के बारे में इतना अधिक जानते हैं तो क्या वे आने वाले भूकम्प के समय तथा स्थान की भविष्यवाणी कर सकते हैं?
उत्तर :
यद्यपि वे भूकम्प के बारे में बहुत अधिक जानते हैं परन्तु अभी तक यह सम्भव नहीं हो सका है कि आने वाले भूकम्प के समय और स्थान की भविष्यवाणी कर सकें। ये अचानक आते हैं।
पाठान्त अभ्यास के प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1 व 2 में सही विकल्प का चयन कीजिए –
प्रश्न 1.
निम्नलिखित में से किसे घर्षण द्वारा आसानी से आवेशित नहीं किया जा सकता?
- प्लास्टिक का पैमाना।
- ताँबे की छड़।
- फूला हुआ गुब्बारा।
- ऊनी वस्त्र।
उत्तर :
ताँबे की छड़।
प्रश्न 2.
जब काँच की छड़ को रेशम के कपड़े से रगड़ते हैं तो छड़ –
- तथा कपड़ा दोनों धनावेश अर्जित कर लेते हैं।
- धनावेशित हो जाती है तथा कपड़ा ऋणावेशित हो जाती है।
- तथा कपड़ा दोनों ऋणावेश अर्जित कर लेते हैं।
- ऋणावेशित हो जाती है तथा कपड़ा धनावेशित हो जाता है।
उत्तर :
धनावेशित हो जाती है तथा कपड़ा ऋणावेशित हो जाती है।
प्रश्न 3.
निम्नलिखित कथनों के सामने सही के सामने ‘T’और गलत के सामने ‘F’ लिखिए।
- सजातीय आवेश एक-दूसरे को आकर्षित करते (T/F)
- आवेशित काँच की छड़ आवेशित प्लास्टिक स्ट्रॉ को आकर्षित करती है। (T/F)
- तड़ित चालक किसी भवन की तड़ित से सुरक्षा नहीं कर सकता। (T/F)
- भूकम्प की भविष्यवाणी की जा सकती है। (T/F)
उत्तर :
- असत्य।
- सत्य।
- असत्य।
- असत्य।
प्रश्न 4.
सर्दियों में स्वेटर उतारते समय चट-चट की ध्वनि सुनाई देती है। व्याख्या कीजिए।
उत्तर :
सर्दियों में जब हम स्वेटर उतारते हैं तो वह हमारी चा से रगड़ खाकर आवेशित हो जाता है। स्वेटर पर आवेश आने के कारण चट-चट की आवाज सुनाई देती है तथा चिंगारी भी दिखाई देती है। वास्तव में यह तड़ित के समान ही एक परिघटना है।
प्रश्न 5.
जब हम किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते हैं तो वह अपना आवेश खो देती है। व्याख्या कीजिए।
उत्तर :
हमारा शरीर विद्युत् का सुचालक है। जब हम किसी आवेशित वस्तु को हाथ से छूते हैं तो उसका आवेश हमारे शरीर में होकर पृथ्वी में चला जाता है और आवेशित वस्तु अनावेशित हो जाती है।
प्रश्न 6.
उस पैमाने का नाम लिखिए जिस पर भूकम्पों की विनाशी ऊर्जा मापी जाती है। इस पैमाने पर किसी भूकम्प की माप 3 है। क्या इसे भूकम्प लेखी (सीसमोग्राफी) से रिकॉर्ड किया जा सकेगा? क्या इससे अधिक हानि होगी?
उत्तर :
भूकम्पों की विनाशकारी ऊर्जा को रिक्टर पैमाने पर मापा जाता है। हाँ, इसे भूकम्पलेखी, (सीसमोग्राफ) से रिकॉर्ड किया जा सकेगा। नहीं, इससे अधिक हानि नहीं होगी।
प्रश्न 7.
तड़ित से अपनी सुरक्षा के तीन उपाय सुझाइए।
उत्तर :
तड़ित से सुरक्षा के उपाय:
तड़ित के समय टेलीफोन व विद्युत् के तारों तथा धातु के पाइपों को नहीं छूना चाहिए।
बहते जल के सम्पर्क से बचने के लिए स्नान नहीं करना चाहिए।
घर में अन्दर होने पर कम्प्यूटर, टी.वी. आदि जैसे विद्युत् उपकरणों के प्लगों को सॉकेट से निकाल देना चाहिए।
प्रश्न 8.
आवेशित गुब्बारा दूसरे आवेशित गुब्बारे को प्रतिकर्षित करता है, जबकि अनावेशित गुब्बारा आवेशित गुब्बारे द्वारा आकर्षित किया जाता है। व्याख्या कीजिए।
उत्तर :
आवेशित गुब्बारा दूसरे आवेशित गुब्बारे को प्रतिकर्षित करता है क्योंकि दोनों गुब्बारों पर सजातीय आवेश है। हम जानते हैं कि सजातीय आवेश एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं। परन्तु आवेशित गुब्बारा अनावेशित गुब्बारे को आकर्षित करता है और अपने आवेश में से कुछ आवेश दूसरे गुब्बारे को दे देता है। हम जानते हैं कि आवेशित वस्तु अनावेशित वस्तु को आकर्षित करती है।
प्रश्न 9.
चित्र की सहायता से किसी ऐसे उपकरण का वर्णन कीजिए जिसका उपयोग किसी आवेशित वस्तु की पहचान में होता है।
उत्तर :
साधारण विद्युतदर्शी एक ऐसा उपकरण है जिससे किसी वस्तु में आवेश की उपस्थिति का पता लगाया जा सकता है कि वस्तु पर आवेश है या नहीं। साधारण विद्युतदर्शी काँच का एक बोतल या जार होता है जिसके मुँह पर कॉर्क का एक ढक्कन लगा होता है। कॉर्क के मध्य में एक छेद करके धातु की एक छड़ लगा दी जाती है। छड़ के निचले सिरे पर सोने/ऐलुमिनियम की 4 cm × 1 cm आकार की दो पट्टियाँ लगा दी जाती हैं। छड़ के ऊपरी सिरे पर धातु की एक चकती लगा दी जाती है। जब आवेशित वस्तु के सिरे को धातु की चकती से स्पर्श कराते हैं तो आवेश पट्टियों पर चला जाता है। पट्टियों पर समान आवेश होने से वे एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करती हैं और फैल जाती हैं। इस प्रकार इसका उपयोग करके ज्ञात किया जा सकता है कि वस्तु आवेशित है या नहीं।
प्रश्न 10.
भारत के उन तीन राज्यों (प्रदेशों) की सूची बनाइए जहाँ भूकम्पों के झटके अधिक सम्भावित हैं।
उत्तर :
भारत के तीन राज्य जहाँ भूकम्पों के झटके अधिक सम्भावित हैं –
- राजस्थान।
- कश्मीर।
- कच्छ का रन (गुजरात)।
प्रश्न 11.
मान लीजिए आप घर से बाहर हैं तथा भूकम्प के झटके लगते हैं। आप अपने बचाव के लिए क्या सावधानियाँ बरतेंगे?
उत्तर :
यदि हम घर के बाहर हैं और भूकम्प के झटके लगते हैं तो हम निम्न सावधानियाँ बरतेंगे –
- भवनों, वृक्षों तथा ऊपर जाती हुई विद्युत् लाइनों से दूर किसी खुले स्थान को खोजकर धरती पर लेट जाएँगे।
- यदि हम किसी वाहन (कार/बस) में होंगे तो बाहर नहीं निकलेंगे और धीरे-धीरे किसी खुले हुए सुरक्षित स्थान पर पहुँचेंगे।
प्रश्न 12.
मौसम विभाग यह भविष्यवाणी करता है कि किसी निश्चित दिन तड़ित झंझा की सम्भावना है और मान लीजिए उस दिन आपको बाहर जाना है। क्या आप छतरी लेकर जाएँगे? व्याख्या कीजिए।
उत्तर :
तड़ित झंझा की सम्भावना होने पर उस दिन हम छतरी लेकर बाहर नहीं जाएँगे क्योंकि छतरी की डण्डी धातु की बनी होती है, इसलिए तड़ित उसकी डण्डी पर आघात कर सकती है।
एनसीईआरटी सोलूशन्स क्लास 8 विज्ञान पीडीएफ
- 1. फ़सल उत्पादन एवं प्रबंध
- 2. सूक्ष्मजीव मित्र एवं शत्रु
- 3. संश्लेषित रेशे और प्लास्टिक
- 4. पदार्थ- धातु और अधातु
- 5. कोयला और पेट्रोलियम
- 6. दहन और ज्वाला
- 7. पौधे एवं जंतुओं का संरक्षण
- 8. कोशिका - संरचना एवं प्रकार्य
- 9. जंतुओं में जनन
- 10. किशोरावस्था की ओर
- 11. बल तथा दाब
- 12. घर्षण
- 13.ध्वनि
- 14. विद्युत धारा के रासायनिक प्रभाव
- 16. प्रकाश
- 17. तारे एवं सौर परिवार
- 18. वायु तथा जल का प्रदूषण