NCERT Solutions class 12 भूगोल Chapter 11 - अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
Important Questions
(भाग 2)
पाठ 11
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
प्रश्नोत्तर
प्र-1 अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार का क्या अर्थ है?
उत्तर:- अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर वस्तुओं का खरीदना या बेचना अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है।
प्र-2 वर्तमान समय में कौन सा देश पारिक तौर पर सबसे बड़ा भागीदार है?
उत्तर:- संयुक्त राज्य अमेरिका
प्र-3 महाराष्ट्र तामिलनाडु वपं० बंगाल के एक-एक पोताश्रय का नाम बताइये जिनका निर्माण पहले से स्थापित पोताश्रयों का दबाव कम करने के लिए किया गया?
उत्तर:- महाराष्ट्र - जवाहर लाल नेहरू पत्तन
तामिलनाडु - ऐनोर
पं० बंगाल - हल्दिया
प्र-4 भारतीय पत्तनों में से कौन-सा समुद्री पत्तन स्थल रूद्ध देशों का पत्तन सुविधाएं प्रदान करता है? ऐसे किसी एक देश का नाम बताइये?
उत्तर:- भारतीय पत्तनों में से “कोलकात्ता पत्तन" सुविधाएं प्रदान करता है।
पड़ोसी देश - नेपाल व भूटान
प्र-5 भारत की निर्यात सूची में किस मद में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है?
उत्तर:- इंजीनियरिंग सामानों की
प्र-6 1970 के दशक के बाद खाद्यानों के आयात की जगह किन उत्पादों का आयात बढ़ गया?
उत्तर:- पेट्रोलियम उत्पाद तथा उर्वरक
प्र-7 भारतीय पत्तनों में से सबसे पुराना व कृत्रिम पत्तन कौन सा है?
उत्तर:- चेन्नई पत्तन।
प्र-8 1970 के दशक के बाद खाद्यान्नों के आयात की जगह किन उत्पादों का आयात बढ़ गया?
उत्तर:- पेट्रोलियम उत्पाद तथा उर्वरक
प्र-9 भारतीय पत्तनों में से सबसे पुराना व कृत्रिम पत्तन कौन सा है?
उत्तर:- चेन्नई पत्तन
प्र-10 भारत में एक भू-आबद्ध पत्तन का नाम बताओ?
उत्तर:- आन्ध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम
प्र-11 अरब सागर की रानी किस पत्तन को कहते हैं?
उत्तर:- कोच्चेि पत्तन
प्र-12 1970 के दशक के बाद खाद्यान्नों के आयात में आई कमी का प्रमुख कारण क्या था?
उत्तर:-हरित क्रान्ति
प्र-13 भारत की सबसे अधिक निर्यात विश्व में किन प्रदेशों से है?
उत्तर:- एशिया और ओशेनिया
प्र-14 तमिलनाडु में विकसित किए गए नए पत्तन का नाम बताओ?
उत्तर:- तूतीकोरिन
संक्षेप में जानिये
प्र-1 भारत के विदेशी व्यापार की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए?
उत्तर:- भारत का विदेशी व्यापार सदा ही प्रतिकूल रहा है। आयात का मूल्य निर्यात के मूल्य से सदा ही अधिक रहा है। विश्व के सभी देशों के साथ भारत के व्यापारिक संबंध है। वस्त्र, अयस्क व खनिज, हीरे आभूषण तथा इलेक्ट्रानिक वस्तुएँ भारत के मुख्य निर्यात है तथा पेट्रोलियम हमारे देश का सबसे बड़ा आयात है।
प्र-2 पृष्ठ प्रदेश के अर्थ को स्पष्ट कीजिए?
उत्तर:- पृष्ठ प्रदेश:- बंदरगाह का वह सटा हुआ क्षेत्र जो इसकी सेवा करता है तथा इससे सेवा प्राप्त करता है बन्दरगाह का पृष्ठप्रदेश कहलाता है।
प्र-3 भारत के पूर्वी तथा पश्चिमी तटों पर स्थित पत्तनों के नाम राज्य सहित लिखिए?
उत्तर:- पूर्वी तट
1. कोलकात्ता - पं. बंगाल
2. हल्दिया - पं. बंगाल
3. पाराद्वीप - उड़ीसा
4. विशाखा पट्नम - आन्ध्र प्रदेश
5. इन्नोर - तामिलनाडु
6. चेन्नई - तामिलनाडु
7. तुतीकोरिन - तामिलनाडु
पश्चिमी तट
1. कांडला - गुजरात
2. मुम्बई - महाराष्ट्र
3. जवाहर लाल नहरू बंदरगाह - महाराष्ट्र
4. माोगोआ - गोवा
5. मंगलौर - कर्नाटक
6. कोच्चेि - केरल
प्र-4 अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में वायु परिवहन की क्या भूमिका है? तथा प्रमुख हवाई अड्डों के नाम बताइये?
उत्तर:- अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में वायु परिवहन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है इन्हें लम्बी दूरी वाले उच्च मूल्य वाले या नाश्वान सामानों को कम से कम समय में ले जाने व निपटाने के लिए लाभ प्राप्त होता है।
हवाई अड्डे:- वर्तमान समय में देश ने 12 अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे तथा 112 घरेलू हवाई अड्डे कार्य कर रहे हैं।
12 अन्तर्राष्ट्रीय हवाई पत्तन (अड्डे):- 1. अहमदाबाद 2. दिल्ली 3. मुम्बई 4. गोवाहटी 5. अमृतसर 6. बंगलौर, 7. चैन्नई, 8.
हैदराबाद, 9. कोलकात्ता, 10. गोवा, 11. कोच्चि एवं 12. तिरूवन्तपुरम।
प्र-5 पत्तन विदेशी व्यापार के केन्द्र बिन्दु है - स्पष्ट करो?
उत्तर:- पत्तन व्यापार के प्रवेश द्वार है। एक और पत्तन अपने पृष्ठ प्रदेश से विदेशों को भेजी जाने वाली वस्तुओं के संकलन केन्द्र हैं तथा दूसरी ओर भारत में आयातित वस्तुओं को देश के आन्तरिक भागों में वितरित भी करते हैं।
प्र-6 मुम्बई पत्तन देश का सबसे बड़ा पत्तन है - कैसे?
उत्तर:- मुम्बई पत्तन देश का सबसे बड़ा पत्तन है क्योंकि
1. यह एक प्राकृतिक बन्दरगाह है जहां गहरे जल के कारण बड़े-बड़े जहाजों के लिए सुरक्षित सुविधाएं हैं।
2. यह पत्तन मध्यपूर्व, भूमध्य सागरीय देशों, उत्तरी अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका तथा यूरोप के देशों के सामान्य मार्ग के निकट है।
3. यह भारत का एक महत्वपूर्ण औद्योगिक व व्यापारिक केन्द्र है।
विस्तार से जानिये
प्र-1 अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के पांच प्रमुख आधारों का वर्णन कीजिए?
उत्तर:- अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के
प्रमुख आधार:-
1. राष्ट्रीय संसाधनों से भिन्नता
2. जनसंख्या परिवर्तन
3. आर्थिक विकास की अवस्था
4. विदेशी निवेश की सीमा
5. परिवहन एवं संचार
6. राजनीतिक नीतियां
उपर्युक्त कथनों का विस्तृत अध्ययन कीजिए
प्र-2 भारत के अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार की बदलती प्रकृति पर टिप्पणी लिखिए?
उत्तर:- भारत के आयात तथा निर्यात दोनों में ही उल्लेखनीय कालिक परिवर्तन हुए हैं:-
भारत के विदेशी व्यापार में परिवर्तन:- समय के साथ विदेशी व्यापार में बहुत बड़े परिवर्तन हुए हैं, जैसे
(1) भारत का कुल विदेशी व्यापार 1950-51 में 1,211 करोड़ रूपये से बढ़कर 2006-07 में 1,38,13,68 करोड़ रूपये हो गया है।
(2) निर्यात की अपेक्षा आयात अधिक तेजी से बढ़ा है। 1950-51 में आयात 608 करोड़ रूपयों से बढ़कर 2006-07 में 8,20,568 करोड़ रूपये का हो चुका है।
(3) आयात तथा निर्यात के मूल्यों में अन्तर बढ़ गया है जिससे व्यापार संतुलन विपक्ष में हो गया। इसके निम्नलिखित कारण है:-
1- विश्व स्तर पर मूल्यों में वृद्धि
2- विश्व बाजार में भारतीय रूपये का अवमूल्यन
3- उत्पादन में धीमी प्रगति तथा घरेलू उपयोग में वृद्धि
4- विश्व बाजार में कड़ी प्रतिस्पर्धा
प्र-3 अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार से देश कैसे लाभ प्राप्त करते हैं? वर्णन कीजिए।
उत्तर:- आज की जटिल अर्थव्यवस्था में बड़े से बड़ा राष्ट्र भी पूर्णतया आत्मनिर्भर नहीं हो सकता है। प्रत्येक देश में कुछ वस्तुएं उसकी आवश्यकता से अधिक है तो कुछ वस्तुएं कम होती है। इस प्रकार प्रत्येक देश अपनी आवश्यकता से कम वस्तुएं आयात करता है, तथा अधिक वस्तुओं का निर्यात करता है, जिससे सभी देशों की आवश्यकताओं की पूर्ति हो सके। किसी देश की आर्थिक उन्नति उसके अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार पर काफी हद तक निर्भर करती है।
प्र-4 पत्तनों को “अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के प्रवेश द्वार” क्यों कहते हैं?
उत्तर:- (a) समुद्री पत्तन अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, इसलिए इन्हें अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के द्वार कहते हैं।
(b) पत्तन जहाज के लिए गोदी, लादने, उतारने तथा भंडारण की सुविधाएं प्रदान करते हैं।
(c) पत्तन अपने पृष्ठ प्रदेशों से वस्तुएं इकट्ठा करने का काम करते हैं जहां से उन वस्तुओं को अन्य स्थानों पर भेजा जाता है।
प्र-5 “विभाजन के कारण बड़ी हानि के बावजूद, स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से भारतीय पत्तन निरन्तर वृद्धि कर रहे हैं।” इस कथन की पुष्टि उपयुक्त उदाहरण देकर करें।
उत्तर:- (a) आज भारतीय पत्तन विशाल मात्रा में घरेलू के साथ-साथ विदेशी व्यापार के भी भागीदार हैं।
(b) अधिकतर सभी पत्तनों में आधुनिकतम तन्त्रों को विकसित किया गया है।
(c) कई पुराने पतनों के बोझ को कम करने के लिए नये पतनों को विकसित किया गया है जैसे - कलकत्ता के साथ हल्दिया पत्तन, चेन्नई के साथ नूतीकेरिन पत्तन।
(d) पतनों के आधुनिकीकरण के लिए सरकारों के साथ साथ निजी कम्पनियों/उद्यमियों को भी कार्यभार दिया गया है।
(e) अधिकतर भारी मदों का व्यापार समुद्री मार्ग द्वारा ही होता है इसीलिए लगातार पतनों का विकास हो रहा है।
मानचित्र कार्य नं.1
प्र-निम्नलिखित को भारतीय मानचित्र में दर्शाइये।
1. स्वतंत्रता के तुरन्त बाद विकसित किया गया भारत का एक प्रमुख पत्तन।
2. बेंवानद कायाल के मुहाने पर स्थित एक पत्तन
3. एक पत्तन जो कोलकाता में भीड़-भाड़ को कम करने के लिए बनाया गया है।
4. पूर्वी तट पर एक मुख्य पत्तन, जो जल की कम गहराई के कारण बड़े जहाजों के लिए अनुकूल नहीं है।
5. उड़ीसा का मुख्य पत्तन
6. सबसे उतरी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई पतन।
7. सबसे पूर्वी अन्तर्राष्ट्रीय हवाई पत्तन।
उत्तर:-
मानचित्र कार्य न.2
@. एक भू-आबद्ध पत्तन
A. कोलकत्ता पत्तन के साथ विकसित एक अन्य पत्तन
B. तामिलनाडू में विकसित एक अन्य पत्तन
C. कर्नाटक का प्रमुख पत्तन
D. गोवा का प्रमुख प्राकृतिक बन्दरगाह
अति लघु प्रश्न
भारतीय पत्तन विशेषता सहित
1. ज्वारीय पत्तन कांडला (आजादी के बाद सबसे पहला)
2. प्राकृतिक पत्तन मुम्बई (सबसे बड़ा)
3. कृत्रिम पत्तन-चेन्नई
4. स्थलबद्ध पत्तन (विशाखापट्टनम) (शिपयार्ड केंद्र) (छत्तीसगढ़ से लोहे का निर्यात)
5. नदीय पत्तन (कोलकाता) नेपाल व भूटान को भी सेवाएँ प्रदान करता है ।
6. शिपयार्ड केन्द्र कोच्चि व विशाखापट्टनम
7. मार्मागाआ (गोवा)(लोहे का निर्यात गोवा से व रत्नगिरी)
8. न्यू मंगलौर (कर्नाटक) कुद्रेमुख आदि खानों से लोहे का
9. तूतीकोरिन-भारत का दक्षिणतम निर्यात
10. जवाहर लाल पत्तन (मुम्बई पत्तन का सहायक पत्तन)
(न्हावा रोवा)
एनसीईआरटी सोलूशन्स क्लास 12 भारत लोग और अर्थव्यवस्था (भूगोल)
- 1. जनसंख्या - वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन
- 2. प्रवास - प्रकार, कारण और परिणाम
- 3. मानव विकास
- 4. मानव बस्तियाँ
- 5. भूसंसाधन तथा कृषि
- 6. जल-संसाधन
- 7. खनिज तथा ऊर्जा संसाधन
- 8. निर्माण उद्योग
- 9. भारत के संदर्भ में नियोजन और सततपोषणीय विकास
- 10. परिवहन तथा संचार
- 12. भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएँ+